ये है सत्यजीत रे की फिल्म सदगति का अंतिम भाग। इस फिल्म की शूटिंग छत्तीसगढ़ में की गई थी। इसमें भैयालाल हेड़ऊ समेत कई स्थानीय कलाकारों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ओमपुरी, स्मिता पाटिल और मोहन अगासे ने लाजवाब अभिनय किया था। फिल्म मुंशी प्रेमचंद की कहानी पर आधारित थी।
वाह केवल जी, कुछ हिस्सा ही देख पाया, ठीक से लोड नहीं हो रहा है, फिर प्रयास करूंगा, संभव है इसी तरह पूरी फिल्म भी देखने को मिल सकेगी. दरअसल मैंने अपनी एक पोस्ट रामकोठी में इसके उल्लेख के साथ प्रयास किया था, लेकिन तब नहीं तलाश पूरी न कर सका था. आपकी छोटी पोस्टों में भी एक स्वाभाविक और सहज-सा जिम्मेदारी का भाव दिखता है, यह अच्छा लगता है.
आदरणीय राहुलजी, मेरा सौभाग्य आपकी टिप्पणी मिली। सदगति के बारे में मुझे आपके ब्लाग से ही जानकारी मिली थी। इसके बाद मैंने इसे यूट्यूब में तलाशा। वहां पूरी की पूरी फिल्म मिली। आभार आपका। लाजवाब। अदभुत। यह फिल्म हिंदी में होते हुए भी विशुद्ध छत्तीसगढ़ी फिल्म है। छत्तीसगढ़ की पृष्ठभूमि इसमें जीवंत है। ध्वनि और प्रकाश का प्रभाव रोमांचित करता है।
वाह केवल जी, कुछ हिस्सा ही देख पाया, ठीक से लोड नहीं हो रहा है, फिर प्रयास करूंगा, संभव है इसी तरह पूरी फिल्म भी देखने को मिल सकेगी.
जवाब देंहटाएंदरअसल मैंने अपनी एक पोस्ट रामकोठी में इसके उल्लेख के साथ प्रयास किया था, लेकिन तब नहीं तलाश पूरी न कर सका था.
आपकी छोटी पोस्टों में भी एक स्वाभाविक और सहज-सा जिम्मेदारी का भाव दिखता है, यह अच्छा लगता है.
आदरणीय राहुलजी, मेरा सौभाग्य आपकी टिप्पणी मिली। सदगति के बारे में मुझे आपके ब्लाग से ही जानकारी मिली थी। इसके बाद मैंने इसे यूट्यूब में तलाशा। वहां पूरी की पूरी फिल्म मिली। आभार आपका। लाजवाब। अदभुत। यह फिल्म हिंदी में होते हुए भी विशुद्ध छत्तीसगढ़ी फिल्म है। छत्तीसगढ़ की पृष्ठभूमि इसमें जीवंत है। ध्वनि और प्रकाश का प्रभाव रोमांचित करता है।
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