अनियतकालीन साहित्यिक पत्रिका सापेक्ष 51 वां अंक वरिष्ठ साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल के व्यक्तित्व पर केन्द्रित है। इस अंक में श्री शुक्ल के अप्रकाशित सम्पूर्ण उपन्यास 'हरी घास की छप्परवाली झोपड़ी' और 'बौना पहाड़' का समावेश है। सापेक्ष द्वारा अब तक सुप्रसिध्द साहित्यकार पदुमलाल-पुन्ना लाल बख्शी, छायावाद के कवि मुकुटधर पाण्डेय, शमशेर बहादुर सिंह, त्रिलोचन एवं संत कबीर पर केन्द्रित अंक प्रकाशित किये जा चुके है। मुख्यमंत्री डा.रमनसिंह ने 51वें अंक का विमोचन किया। इस अवसर पर पत्रिका के संपादक महावीर अग्रवाल सहित संजीव बख्शी और अभय मिश्रा भी उपस्थित थे।
jay ho
जवाब देंहटाएंजय हो विनोद शंकर शुक्ल जी की
जवाब देंहटाएंआभार जानकारी के लिए।
सापेक्ष पत्रिका के संपादक डॉ.महावीर अग्रवाल जी को बहुत-बहुत धन्यवाद. सापेक्ष के सभी अंक संग्रहणीय रहे हैं, सापेक्ष के पूर्वांक के संबंध में यहां से जानकारी ली जा सकती है http://www.mahaveeragrawal.blogspot.com
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