सोमवार, 30 अगस्त 2010

नत्था ही नहीं पप्पू भी अपना

चरणदास चोर में रविलाल हवालदार कि भूमिका में 
नत्था यानी ओंकारदास मानिकपुरी तो छत्तीसगढ़ के हैं ही पीपली लाइव में उनकी मौत की गारंटी देने वाला छुटभैया नेता भी छत्तीसगढ़ का है। अभी छत्तीसगढ़ ओंकार के अभिनय पर मुग्ध है और उसका ध्यान इस फिल्म में बेहतरीन अभिनय करने वाले अन्य छत्तीसगढ़ी कलाकारों की ओर नहीं गया है। इन्हीं में से एक हैं रविलाल संगड़े, जिनकी बेहतरीन अदाकारी की चर्चा मप्र में जमकर हो रही है। रविलाल ने ही उस छुटभैये नेता का किरदार अदा किया है जो जोरदार तरीके से कहता है-नत्था मरेगा, जरूर मरेगा (फिल्म में इस किरदार का नाम शायद पप्पू है) । संवाद अदायगी इतनी जबर्दस्त है कि थियेटर के जानकार लोग इस कलाकार के कायल हो गए हैं। इसी एक संवाद ने पूरी फिल्म में जान भी फूंकी है। यही संवाद पूरे भारत में गूंज गया।
रविलाल मूलतः छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव इलाके के रहने वाले हैं, इन दिनों भोपाल की एक झोपड़पट्टी में गुजारा कर रहे हैं। शेखर कपूर की बैंडिट क्वीन, श्याम बेनेगल की समर में भी उन्होंने काम किया। उन्होंने अपनी कला यात्रा नाचा कलाकार के रूप में शुरू की थी, हबीब तनवीर ने उन्हें थियेटर से जोड़ा। १९७५ से वे थिएटर कर रहे हैं और उन्होंने नया थिएटर के चरणदास चोर, बहादुर कलारिन समेत कई नाटकों में काम किया। कई टीवी सीिरयल किए। कला क्शेत्र में जबर्दस्त उपलब्धियां उनके खाते में हैं, इसके बावजूद वे गरीबी के दिन गुजार रहे हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मुझे अपनी सादगी पसंद है और मैं ऐसे ही रहना चाहता हूं। जो कलाकार जिंदगी को सही मायने में और उसके सभी रंगों के साथ जीता है, उसी की कला निखरती है। (रवि लाल का साक्षात्कार साधना न्यूज़ में मैंने देखा )

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