जरा इधर भी
रविवार, 7 नवंबर 2010
जब बोलूंगा
ये अलग बात है
कि इस वक्त
तुमसे बेहद डरा हुआ हूं मैं
पर जिस रोज मैं बोलूंगा
खूब बोलूंगा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें