जरा इधर भी
शनिवार, 19 नवंबर 2011
कविता चौराहे पर
4 टिप्पणियां:
प्रवीण पाण्डेय
19 नवंबर 2011 को 11:10 pm बजे
अहा, कितना गहरा सच।
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SANDEEP PANWAR
20 नवंबर 2011 को 1:20 am बजे
बेहतरीन प्रस्तुति।
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Rahul Singh
20 नवंबर 2011 को 5:41 pm बजे
प्रभावी अभिव्यक्ति.
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Udan Tashtari
20 नवंबर 2011 को 6:23 pm बजे
जबरदस्त!!
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अहा, कितना गहरा सच।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंप्रभावी अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंजबरदस्त!!
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