बुधवार, 9 फ़रवरी 2011

छत्तीसगढ़ के अचानकमार अभ्यारण्य में काला तेन्दुआ


  रायपुर 09 फरवरी 2011.छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित अचानकमार टायगर रिजर्व क्षेत्र में दुर्लभ किस्म का काला तेन्दुआ मिला है। बाघों की गणना के लिए लगाए गए कैमरे में काले रंग के तेन्दूए की तस्वीर वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट आॅफ इण्डिया (डब्ल्यू डब्ल्यू आई) की टीम ने रिकार्ड की है। छत्तीसगढ़ के साथ मध्यभारत में पहली बार किसी जिंदा काले तेन्दूए की तस्वीर लेने में वन विभाग को सफलता मिली है। मुख्य वन संरक्षक और बिलासपुर वनवृत्त के प्रभारी श्री दिवाकर मिश्रा ने आज यहां बताया कि ऐसे घने जंगल, जहां सूरज की रौशनी सतह पर नहीं पहुंच पाती है, वहां आमतौर पर काले तेन्दूए पाए जाते हैं। तेन्दूए का काला रंग उन्हें घने जंगलों में शिकार करने और छुपने में मददगार साबित होता है। अचानकमार में काले तेन्दूए की उपस्थिति से इस अभ्यारण्य की एक विशिष्ट पहचान बनी है। बिलासपुर वनवृत्त के वन संरक्षक श्री आई.एन.सिंह और वन मण्डलाधिकारी श्री एस.एस.डी. बड़गैय्या ने अचानकमार टायगर रिजर्व का निरीक्षण किया। उन्होंने वन्य प्राणियों की गणना और वनों की सुरक्षा कार्य कुशलतापूर्वक संचालित करने के लिए डब्ल्यू. टी. आई और वन विभाग के अधिकारियों को बधाई भी दी।
(जनसंपर्क छत्तीसगढ़)

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